Foundation and University publication

पाठशाला भीत र बाहर का पहला अंक गए साल बारिश के ऐसे ही मौसम में छपकर आया था और ज्ञान परम्प रा के साथ कदमताल का यह सि लसि ला जारी है। शो ध पत्रिका के प्रस्तुत अंक को अन्ति म रूप देने के इस मसरूफ़ वक्त में बीच–बीच में बारिश ने कहीं मौसम को खुशनुमा बनाया है तो कहीं बाढ़ और तबाही का सि लसि ला पैदा किय ा। इस सबके बीच नए संकल्पों के साथ पत्रिका का यह ती सरा अंक आपके सामने है। यह सुखद है कि पि छले अंकों की तरह इसमें भी बहुत सारे नए लेखकों ने आमद दी है, जोकि इस प्रकाशन का एक बड़ा मक़सद है।

October, 2019
रश्मि पालीवाल व आकाँक्षा त्यागी
मनीष जैन द्वारा डॉ हीथर बिग्ले से साक्षात्कार
शिक्षक तबीबुल्ला खान से बेदांगो कोटोकी व प्रियकू हजारिका की बातचीत
अज़ीम प्रेमजी फाउण्डेशन रिसर्च टीम